भोपाल: कल शुक्रवार को मध्यप्रदेश की तीन राज्यसभा सीटों के लिये चुनाव होना है। जिसको लेकर कांग्रेस नें अपनी रणनीति को अंतिम रूप दे दिया है। तीन माह पहले हुए सियासी घटनाक्रम एवं तख्ता पलट के चलते दोनों मुख्य पार्टियां भाजपा तथा कांग्रेस अलर्ट मोड पर हैं। सपा, बसपा एवं निर्दलिय विधायकों के भाजपा खेमें में जानें के बाद अब कांग्रेस नें अपनी रणनीति बदल दी है। कांग्रेस ने अपने दोनों राज्यसभा उम्मीदवारों में से पहली वरीयता दिग्विजय सिंह को दी है। दूसरी वरीयता फूल सिंह बरैया की है।
साथ ही क्राॅस वोटिंग की आशंका के चलते कांग्रेस द्वारा पार्टी के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह की जीत सुनिश्चित करने के लिए 52 की जगह 54 विधायकों को वोट डालने के निर्देश दिए गए हैं। हालाँकि पार्टी की ओर से दावा किया गया कि सभी विधायक एक साथ हैं। कहीं कोई चूक न हो जाए, इसलिए दो अतिरिक्त विधायकों को दिग्विजय को ही वोट करने को कहा है।
गुरूवार को एक बार फिर राज्यसभा चुनाव के लिए कांग्रेस विधायक इकठ्ठा हुए। एक दिन पहले कांग्रेस की पार्टी मीटिंग से गायब रहने वाले 5 विधायक भी पहुंच गए, जबकि कुणाल चौधरी कोरोना संक्रमित होने के कारण नहीं आए। वोटिंग से एक दिन पहले मॉल पोल किया गया। जिसमे सीनियर नेताओं ने विधायकों को वोट करने के बारे में बताया। उन्हें क्या-क्या और कैसे करना है- इसे करके दिखाया गया।
कांग्रेस की आज की बैठक पूर्व सीएम कमलनाथ एवं विधायकों के अलावा, राज्यसभा के दोनों प्रत्यासी दिग्विजय सिंह, फूल सिंह बरैया, मध्यप्रदेश प्रभारी मुकुल वासनिक, पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह एवं पूर्व पीसीसी चीफ़ सुरेश पचौरी मौजूद रहे।
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