भोपाल: मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार गिरनें के बाद अब पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीसीसी चीफ़ कमलनाथ नें एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, ''मैं कई महत्वपूर्ण पदों पर रहा, मुझे 40 साल की राजनीति का अनुभव है, लेकिन सौदेबाजी और महत्वकांक्षी राजनीति का अनुभव नहीं था। इसलिए शायद अपनी सरकार नहीं बचा पाया और ये हाथ से चली गई।''
विधायक प्रलोभन और सौदेबाजी का शिकार हो जाएंगे, इसका मुझे भरोसा नहीं था।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि मुझे भरोसा नहीं था कि हमारे विधायक प्रलोभन और सौदेबाजी का शिकार हो जाएंगे। यहां मैं गलत साबित हो गया। शायद मुझे इसका अनुभव नहीं था। एक अन्य सवाल के जवाब में कमलनाथ ने कहा कि प्रदेश में 24 सीटों पर उप चुनाव होना है उसमें स्पष्ट हो जाएगा कि मध्य प्रदेश की जनता क्या चाहती है।
उपचुनाव में, 24 में से 20 से 22 सीटें जीतेंगे।
पूर्व सीएम कमलनाथ नें कहा, राजनीति तेजी से बदल रही है। आज कहूं कि 40 साल पहले मैं जिस तरह चुनाव लड़ता था आज भी उसी तरह लडूं तो नहीं चलेगा। जनता जागरुक हो गई है। अब वो बोलती नहीं है। महाराष्ट्र, कर्नाटक और हरियाणा सबके सामने है। जनता जानती है कि उसने जिनको जीताकर सरकार में भेजा था वे आज अपने स्वार्थ के लिए सरकार को गिराकर दूसरे दल में शामिल हो गए हैं। उन्हें उसका जवाब उप चुनाव में जरूर मिलेगा। मुझे पूरा विश्वास है कि 24 में से 20 से 22 सीटें जीतेंगे।
मैं साबित करना चाहता था मुंह चलाने और सरकार चलाने में अंतर है।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए पत्रकारों से बात करते हुए कमलनाथ ने कहा कि मुझे 15 महीने की सरकार में काम करने के लिए साढ़े बारह महीने मिले। मैं साबित करना चाहता था कि मुंह चलाने और सरकार चलाने में क्या अंतर है। लेकिन इसके पहले ही कुछ विधायकों की महत्वकांक्षा का फायदा उठाते हुए भाजपा ने सरकार गिरा दी। कमलनाथ ने कहा कि एक बात तो साफ है मुझे भी मुख्यमंत्री का पद छोड़कर राहत मिली है पहले 8 दिन का सप्ताह होता था अब 7 दिन का सप्ताह हो गया है।
हमनें 82 लाख किसानों का कर्जा माफ किया।
पूर्व सीएम कमलनाथ ने कहा कि ये गलत है कि विधायक दुखी होकर गए हैं उनकी कोई सुनवाई नहीं होती थी। हम जनता के सामने रखेंगे किस-किस विधायक के क्या-क्या काम किए। हमारे पास पूरी सूची है। उन्होंने भाजपा के उस दावे को भी नकारा है जिसमें उन्होंने कहा कि किसानों की कर्ज माफी छलावा है। कमलनाथ ने कहा कि कर्जा हवा में माफ नहीं हुआ, सब दस्तावेजों में है। किसानों के नंबर सरकार के रिकॉर्ड में है। हमारे सामने किसान कर्ज माफी बड़ी चुनौती थी, लेकिन हमने इसके बावजूद दो चरणों में 82 लाख किसानों का कर्जा माफ किया।
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