इंदौर/ ग्वालियर: मध्यप्रदेश में "कोरोना का संकट" गहराता जा रहा है। कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसी बीच एक तरफ जहां, कोरोना संक्रमण की वजह से देश में पहले डॉक्टर की इंदौर में मौत हो गई तो दूसरी तरफ ग्वालियर मेडिकल कॉलेज के 50 डॉक्टर्स ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया।
कोराना वायरस के संक्रमण की चपेट में आने से देश में पहले डॉक्टर की मौत।
कोराना वायरस के संक्रमण की चपेट में आने से देश में पहले डॉक्टर की मौत हो गई है। इंदौर निवासी डॉक्टर शत्रुघ्न पंजवानी का COVID-19 के चलते निधन हो गया। डॉक्टर पंजवानी ने गुरुवार सुबह चार बजे अंतिम सांस ली। गौरतलब है की, कुछ दिनों पहले ही डॉक्टर पंजवानी कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। वह प्राइवेट प्रैक्टिशनर थे।
डॉ. शत्रुधन पंजवानी का उपचार पहले गोकुलदास में उसके बाद सीएचएल में चल रहा था और फिर उन्हें अरविंदों में शिफ्ट किया था, लेकिन आज सुबह उनकी मृत्यु हो गई. डॉ. पंचवानी इंदौर के रुपराम नगर में रहते थे
ग्वालियर मेडिकल कॉलेज में पदस्थ 50 डॉक्टर्स ने दिया सामूहिक इस्तीफ़ा।
मध्यप्रदेश में बढ़ते हुये "कोरोना संकट" के बीच ग्वालियर मेडिकल कॉलेज के 50 डॉक्टर्स ने एक साथ इस्तीफा दे दिया है। मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने इसकी सूचना चिकित्सा शिक्षा विभाग को दे दी है। दरअसल डॉक्टर्स की कमी झेल रहा प्रदेश कोरोना महामारी के दौरान कहीं संकट में न आ जाए इसके लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी सरकारी मेडिकल कॉलेज के लिए MBBS कर चुके डॉक्टर्स को तीन महीने के लिए अस्थाई तौर पर रखने का आदेश निकाला था।
इस आदेश के बाद ग्वालियर के मेडिकल कॉलेज में पिछले सप्ताह 84 डॉक्टर्स की नियुक्ति की गई और इन्हें मेडिकल ऑफिसर बनाकर अलग अलग विभागों पदस्थ कर दिया गया। इनकी नियुक्ति तीन महीने के लिए अस्थाई तौर पर की गई। इन सभी डॉक्टर्स ने अभी काम ही शुरू किया था कि उन्होंने कई तरह की परेशानी महसूस होने लगी। इन्हें बीमारी के संक्रमण का भय भी सताने लगा इसी बीच चिकित्सा शिक्षा विभाग ने एक संशोधित आदेश निकाला जिसमें लिखा कि जो डॉक्टर्स इच्छुक हैंं वही डॉक्टर्स जॉइन कर सकते है। इस आदेश के बाद इन 84 में से 50 डॉक्टर्स ने इस्तीफा देदिया
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