सतना/भोपाल: सतना से कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा पर सतना पुलिस द्वारा आपराधिक प्रकरण दर्ज किये जानें पर, मध्यप्रदेश विधनसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह नें कड़ा विरोध जताया है। अजय सिंह नें कहा की, भाजपा सरकार यह ना समझे की उसे जनता नें चुना है। आगे उन्होनें कहा की यह जनता की सरकार नही, चोरी से बनाई हुई सरकार है, इसलिए "चोरी और ऊपर से सीना जोरी" को कतई बर्दाश्त नही किया जायेगा।
श्री सिंह नें कहा की, सतना विधायक उन गरीबों की आबाज उठा रहे थे, जिन्हे राशन एवं दो वक़्त का खाना नही मिल पा रहा है। जनता के समर्थन में आये सतना विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा एवं अन्य लोंगों पर जबरन मुकदमें लाद दिये गये। उन्होनें आगे कहा की 15 साल तक मलाई मारनें वाले लोग क्या जानें की जनता की भूख क्या होती है, शायद इसलिए डंडे के दम पर पेट की भूंख शांत कराना चाहतें है।
पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह नें भोपाल के CHMO के स्थानांतरण पर भी सवाल उठाते हुये कहा की, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कहतें कुछ और हैं और करते कुछ और। एक तरफ तो वो ट्वीटर पर अधिकारियों की तारीफ करतें हैं और दूसरी तरफ कुछ ही घंटे बाद ही उनका ट्रांसफर कर देतें है।
श्री सिंह नें मुख्यमंत्री से अपील करते हुये कहा की यह राजनीति करनें का नही बल्कि पीड़ित जनता का साथ देनें का समय है।
गौरतलब है की, लॉकडाउन तोड़नें एवं धारा 144 का उल्लंघन करनें पर सतना से कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई थी। विधायक लॉकडाउन के दौरान, सतना के कुछ गरीब परिवारों को भोजन नहीं मिल पाने एवं प्रशासन की व्यवस्था से नाराज होकर धरने पर बैठ गए थे और उनके साथ समर्थकों की भीड़ भी जुट गई थी। जिसे लेकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी।
गौरतलब है की, लॉकडाउन तोड़नें एवं धारा 144 का उल्लंघन करनें पर सतना से कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की गई थी। विधायक लॉकडाउन के दौरान, सतना के कुछ गरीब परिवारों को भोजन नहीं मिल पाने एवं प्रशासन की व्यवस्था से नाराज होकर धरने पर बैठ गए थे और उनके साथ समर्थकों की भीड़ भी जुट गई थी। जिसे लेकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी।
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