जबलपुर: एक के बाद एक जबलपुर में लगातार दो ऐसी घटनाएँ घटी, जिसनें पुलिस की कार्यक्षमता पर सवालिया निशान लगा दिया। जिसका खमियाजा जबलपुर के पुलिस कप्तान को उठाना पड़ा, और उनका ट्रांसफर कर दिया गया।
पहले जबलपुर में कैद इंदौर के पत्थरबाज़ कोरोना पेशेंट जावेद की फरारी और फिर किसान बंशी कुशवाहा की मौत, जबलपुर में हुई इन दो बड़ी घटनाओं के बाद जबलपुर कमिश्नर रवीन्द्र कुमार मिश्रा और एसपी अमित सिंह का तबादला कर दिया गया है। मिश्रा की जगह महेश चंद्र चौधरी नये कमिश्नर और सिद्धार्थ बहुगुणा जबलपुर के एसपी होंगे
कोरोना संक्रमण और लॉक डाउन के दौरान पुलिस की इंसानियत की मिसाल पेश करती तस्वीरों के बीच जबलपुर पुलिस ने फिर शर्मसार कर दिया। यहां गोराबाजार थाना अंतर्गत तिलहरी में किसान वंशी कुशवाहा की मौत हो गयी। अपने मृत्युपूर्व बयान में वंशी ने कहा कि पुलिस ने उसके साथ मारपीट की। वंशी के शरीर के निचले हिस्से पर चोट के गहरे निशान थे। घटना गुरुवार रात की है। लॉक डाउन के दौरान वंशी घर से बाहर निकला था। गश्त पर तैनात पुलिस वालों ने उसे रोका और पूछताछ करने के बाद लाठियों से जमकर पिटाई की। वंशी के शरीर पर कमर के नीचे पड़े पिटाई के निशान इस बात की तस्दीक भी कर रहे हैं। बेतहाशा पिटाई से जब किसान वंशी बेहोश हो गया तब पुलिस वाले उसे वहीं पटक कर रवाना हो गए।वहां मौजूद लोगों ने किसान को उठाया और घर पहुंचाया।
पुलिस की पिटाई से घायल किसान वंशी कुशवाहा की तबियत लगातार बिगड़ती गयी। परिवार के लोगों ने उसे एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन रविवार देर रात उसकी मौत हो गयी।मौत से पहले वंशी ने अपने बयान में कहा कि पुलिसवालों ने उसे पीटा था। वंशी की मौत के बाद उसके परिवार के लोग थाने पहुंचे और आरोपी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
परिवार की शिकायत के बाद एसपी अमित सिंह ने एक एएसआई, प्रधान आरक्षक और तीन आरक्षकों को सस्पेंड कर लाइन अटैच कर दिया। जांच रिपोर्ट आने के बाद उनके खिलाफ एक्शन लिया जाएगा। लेकिन शाम होते-होते खुद एसपी अमित सिंह का तबादला भोपाल कर दिया गया। उनकी जगह सिद्धार्थ बहुगुणा को ज़िले की कमान सौंपी गयी है।
वहीं दूसरी घटना मे, 19 अप्रैल को जबलपुर मेडिकल अस्पताल से भागे जावेद को आज नरसिंहपुर में पकड़ लिया गया। जावेद पर इंदौर में मेडिकल टीम पर पथराव का आरोप है। उसे रासुका के तहत गिरफ्तार किया गया था।कोरोना संक्रमित होने के कारण उसे अस्पताल के सुरक्षा कवच में रखा गया था। वहां से जावेद भाग निकला था।
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