भोपाल/ मुम्बई: एआईएमआईएम विधायक वारिस पठान के विवादास्पद बयान पर मध्यप्रदेश के नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्धन सिह नें प्रतिक्रया देते हुये, कड़े शब्दों मेें निंदा की है।
गौरतलब है की, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के विधायक वारिस पठान ने बेहद विवादित बयान दिया था। शनिवार (15 फरवरी) को कर्नाटक के एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि '100 करोड़ पर 15 करोड़ भारी पड़ेंगे।' उन्होंने कहा कि अगर आजादी दी नहीं जाती तो छीनना पड़ेगा। वारिस के इस बयान के बाद सियासी बवाल मच गया है।
मुंबई के भायखला से AIMIM विधायक वारिस पठान ने ये भी कहा, 'ईंट का जवाब पत्थर से देना हमने सीख लिया है। मगर इकट्ठा होकर चलना होगा। अगर आजादी दी नहीं जाती तो हमें छीनना पड़ेगा। वे कहते हैं कि हमने औरतों को आगे रखा है...अभी तो केवल शेरनियां बाहर निकली हैं तो तुम्हारे पसीने छूट गए। तुम समझ सकते हो कि अगर हम सब एक साथ आ गए तो क्या होगा। 15 करोड़ हैं लेकिन 100 (करोड़ हिंदू) के ऊपर भारी हैं। ये याद रख लेना।
वारिस पठान के इस बयान पर जयवर्धन ने ट्विट करके कहा "ना तो 100 करोड़ लड़ना चाहते है और ना 15 करोड़ लड़ना चाहते है ये चंद लोग है जिनकी राजनीति डर और साम्प्रदायिकता पर निर्भर है। ये और इनके बयान भाजपा के लिए खाद और पानी है जो भाजपा की नफ़रत की खेती को खड़ा करने में दिन-रात मदद कर रहे है"
ना तो 100 करोड़ लड़ना चाहते है और ना 15 करोड़ लड़ना चाहते है ये चंद लोग है जिनकी राजनीति डर और साम्प्रदायिकता पर निर्भर है।— Jaivardhan Singh (@JVSinghINC) February 20, 2020
ये और इनके बयान भाजपा के लिए खाद और पानी है जो भाजपा की नफ़रत की खेती को खड़ा करने में दिन-रात मदद कर रहे है। https://t.co/jtyV0zyfbj
जयवर्धन सिंह नें कर्नाटक की भाजपा सरकार से वारिस पठान के खिलाफ कार्यवाही की मांग की।
जयवर्धन सिंह नें कहा " वारिश पठान का बयान घोर निंदनीय और देश की एकता और अखण्डता के खिलाफ़ है।
लेकिन विचारणीय प्रश्न है की भाजपा की कर्नाटक सरकार ने अभी तक कोई कार्यवाही क्यों नहीं की है ? कार्यवाही होना चाहिए और सख्त होना चाहिए..."
वारिश पठान का बयान घोर निंदनीय और देश की एकता और अखण्डता के खिलाफ़ है।— Jaivardhan Singh (@JVSinghINC) February 20, 2020
लेकिन विचारणीय प्रश्न है की भाजपा की कर्नाटक सरकार ने अभी तक कोई कार्यवाही क्यों नहीं की है ?
कार्यवाही होना चाहिए और सख्त होना चाहिए...
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