भोपाल: कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने चार राज्यों की कांग्रेस समन्वय समिति का गठन किया है। इनमें मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और पुडुचरी के लिए जिम्मेदारी सौंपी है।
मध्य प्रदेश से दीपक बाबरिया, सीएम कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, ज्योतिरादित्य सिंधिया, अरूण यादव, कैबिनेट मंत्री जीतू पटवारी और पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन को शामिल किया गया है।
मध्यप्रदेश में जब कांग्रेस की सरकार बनी है, उसके बाद से ही यह शिकायत मिलती रहती है कि ज्यादातर मंत्री कार्यकर्ताओं की नहीं सुनते हैं। सार्वजनिक मंच से भी कई बार पार्टी के विधायक भी यह सवाल उठा चुके हैं। हाल ही में सरकार की कुछ नीतियों को लेकर कांग्रेस के विधायकों ने ही विरोध किया था। ऐसे ही विवादों को सुलझाने के लिए यह कमेटी बनी है।
दरअसल, सोनिया गांधी द्वारा गठित इस कमेटी में सात लोगों को जगह मिली है। दीपक बाबरिया से इसके अध्यक्ष होंगे। इनके अलावे कमिटी में सीएम कमलनाथ, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, कांग्रेस महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया, अरुण यादव, मंत्री जीतू पटवारी और मीनाक्षी नटराजन। ये सभी लोग सरकार और संगठन में कोऑर्डिनेशन का काम देखेंगे।
मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद दिग्विजय एवं सिंधिया, दोनों के पास संगठन और सरकार में कोई जिम्मेदारी नहीं थी। ऑफिसियली पहली बार दोनों समन्वय की जिम्मेदारी दी गई। अब यह देखना बेहद दिलचस्प होगा की, सोनिया गांधी के इस फैसले से गुटवाजी कम होगी या फिर दोनों नेता सरकार में अपने गुट के शामिल मंत्रियों के जरिए सरकार में दखलअंदाजी करेंगें।
पार्टी ने राजस्थान के लिए वरिष्ठ नेता ताम्रध्वज साहू की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय घोषणा पत्र क्रियान्वयन समिति बनाई है जिसमे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट शामिल हैं।
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